यह संयोग मंगल एवं गुरु का है जिसमे लग्नेश मंगल है और राशि के स्वामी गुरु है ! इस संयोग में सूर्य अपनी ऊंच राशि मेष राशि में होकर लग्न भाव में विराजमान होंगे जिसके फलसवरूप जातक को सूर्य से मिलने वाला फल प्रबलता के साथ मिलेगा !
जिसमे थोड़ा नकारात्मक प्रभाव भी मिलेंगे ! ऐसा जातक आत्मा विश्वास से भरा हुआ , किसी की अधूनता स्वीकार नहीं करने वाला , प्रखर वक्ता , ऊंच कोटि का नेतृत्व करने की क्षमता वाला , सरकारी ऊंच अधिकारी , राजनेता , मान सम्मान वाला , पिता का सम्मान करनेवाला उनके प्रभाव में रहने वाला होता है ! ऐसा जातक पूरी निडरता के साथ जवान में कार्य करता है , शरीर से मजबूत , जिद्दी , आकर्षक और उसके संतान उसकी बात को मानाने वाले होते है ! धनु राशि होने के कारन मन पर गुरु का नियंत्रण होगा साथ में मन के अंदर अग्नि तत्व की मात्रा बढ़ेगी , जातक के व्यक्तित्व में अग्नि तत्व की मात्रा और बढ़ जायेगा जातक ेऐसा बहुत ही निडर हो जायेगा , निडर होने के स्वाभाव में बढ़ोतरी हो जाएगी , ऐसा जातक आध्यात्मिक होगा , गुरु का सम्मान करने वाला होगा , ज्ञानी देने वाला होगा , समाज के हक़ में निडरता से बात रखने वाला होगा ! चन्द्रमा अपने से छठे भाव में लग्न चार्ट के अनुसार नवम भाव में विराजमान है इसके फलसवरूप जातक के भाग्य उदय में माता का सहयोग , माता पक्ष का सहयोग हो सकता है ! जातक चतुर्थ भाव से सम्बंधित छठे भाव से सम्बंधित कस्तेरो में रूचि रख सकता है ! जातक का भाग्योदय अपने जन्म स्थान पर भी हो सकता है , जातक राजनीती से जुड़ा हुआ हो सकता है , कोई जज हो सकता है , कोई सरकारी बड़ा डॉक्टर हो सकता है ! जातक अपने जीवन में जनता के हिट में कोई बड़ा कार्य कर सकता है , जो उससे बड़ा मान सम्मान दिलाये ! जातक अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करने वाला हो सक्ता है ! यह जो भी बताया गया है वह कितना प्रभावी होगा उसके लिए बाकी सभी गृह की भूमिका समझना होगा , किस प्रकार से लग्न चार्ट में विराजमान है , कितना सकारात्मक होकर या कितना नकारात्मक होकर यह सभकुच देखना होगा उसके बाद ही पूरा प्रभाव के करीब पहुँचा जा सकता है ! इस संयोग में जातक को रक्तचाप से सम्बंधित , हिरदय रोग से सम्बंधित , एसिडिटी से सम्बंधित समस्याओं को लेकर सावधान रहना चाहिए ! साथ में जातक को गायत्री मंत्र एवं शिवलिंग पर जल अभिषेक के साथ ॐ नमः शिवाय का जप या महा मृतुन्जय का जाप करना चाहिए !
मिथिलेश सिंह

