इस संयोग में लग्नेश मंगल है , राशि के स्वामी शनि है , आज के संयोग में शनि प्रभावी होंगे , मंगल प्रभावी होंगे , लग्न भाव प्रभावी होंगे , चतुर्थ भाव प्रभावी होंगे , चन्द्रमा प्रभावी होंगे , पंचम भाव प्रभावी होंगे !
इस संयोग में सूर्य के लग्न भाव में एवं मेष राशि में संयोग के प्रभाव के तौर पर हम कहेंगे लग्न पर सूर्य का विशेष प्रभाव हो जायेगा , सूर्य अपनी ऊंच राशि में विराजमान है , इसके फलसवरूप मंगल को मजबूत करने का काम सूर्य करेंगे ! सूर्य के प्रभाव से जातक में भरपूर एटीएम विश्वास होगा , जातक मान सम्मान पाने वाला हो सकता है , जातक सरकारी क्षेत्र में बड़े अधिकारी के तौर पर भूमिका निभा सकता है , पिता के सम्मान को बढ़ाने वाला हो सकता है , जातक के संतान उसकी बात को मानने वाले हों सकते है ! जातक के संतान जातक के सम्मान को बढ़ने वाले हो सकते है ! जातक की शिक्षा ऊंच स्तरीय होने की सम्भावना है , सूर्य के प्रभाव से जातक के व्यक्तित्व में अग्नि तत्व की प्रबलता का प्रभाव देखा जा सकता है , जातक अहंकार ग्रस्त हो सकता है , क्रोधी हो सकता है , ाछक लीडर हो सकता है , प्रखर वक्त हो सकता है , एसिडिटी से सम्बंधित समस्याओं से जातक को सावधान रहना चाहिए , रक्त चाप और ह्रदय से सम्बंधित समस्याओं से सावधान रहना चाहिए ! ये सब प्रभाव जातक के व्यक्तित्वा में सूर्य के प्रभाव से आएंगे , अब यहाँ जातक की राशि मकर है इसके फलसवरूप जातक के राशि के स्वामी शनि है , मकर राशि का जातक स्पष्टवादी , जिद्दी ,संघर्ष करने वाला होता है , मकर राशि होने के कारन जातक को जो भी प्रपात होगा उसके लिए थोड़ा संघर्ष देने का काम शनि करेंगे , मकर राशि एवं सूर्य के लग्न भाव में होने के कारन जातक बहुत ज्यादा ईमानदार हो जायेगा ! ऐसा जातक जनता के हक़ में कार्य करने वाला होगा , उसकी भावना जनता से जुड़ जायेगा , ऐसा जातक जनप्रिय होगा , अच्छा नेता हो सकता है , समाज के लिए बढ़ चढ़कर काम करने वाला हो सकता है ! ऐसा जातक संघर्ष के बाद हर चीज हासिल करेगा , मान सम्मान , लक्ज़री लाइफ , जन्मा स्थान पर बड़ा सम्मान पाने वाला जन्म स्थान के लिए विशेष कार्य करने वाला हो सकता है ! ऐसा जातक माता का प्रिय , जातक माता का विशेष ख्याल रखने वाला हो सकता है ! माता पक्ष के सहयोग से माता से जातक कृषि भूमि के रूप में सम्पति अर्जित क्र सकता है , माता पक्ष से सम्पति अर्जित कर सकता है !
निष्कर्ष के तौर पर हम कह सकते है की जातक संघर्ष के बाद बड़ा अधिकारी म बड़ा राज नेता , जनप्रिय , सभी सुखो को माता के सहयोग से , माता पपक्ष के सहयोग से प्राप्त कर सकता है ! जातक बहुत ईमानदारी जनता के हिट में कार्य करने वाला हो सकता है !
जातक को इस नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए , शिवलिंग पर जल अभिषेक करना चाहिए , ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए , महा मृतुन्जय मंत्र (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ ) का भी जाप करना चाहिए और गायत्री मंत्र (ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्”. )
मिथिलेश सिंह

