मेष लग्न में लग्नेश मंगल का एकादश एवं कुम्भ राशि में होने का प्रभाव !

इस संयोग में लग्नेश लाभ भाव में शनि की राशि कुम्भ में विराजमान हो रहे है ! व्यक्तित्व का सम्बन्ध लाभ भाव से होना बताता है जातक अपने व्यक्तित्व के बाल पर लाभ अर्जित करने वाला होगा ! जातक हमेशा ही लाभ के बारे में सोचने वाला हो सकता है ,जातक को बड़े भाई से लाभ हो सकता है , मित्रो से लाभ हो सकता है , जो भी उसके कर्मचारी होंगे सभी उसके पक्ष में करने वाले एवं लाभदायक हो सकते है ! जातक को हमेशा ही अपने साथ के कर्मचारियों को खुश रखना चाहिए ,क्यों उसके साथ काम करने वाले कर्मचारी उसके लग्न चार्ट के अनुसार लाभ भाव के प्रतिनिधि के रूप में होंगे , लाभेश शनि है इसलिए जातक को हमेशा ही अपने साथ काम करने वाले कर्मचारियों को या जो भी समाज में आर्थिक रूप से कमजोर है ,विकास के निचले पायदान पर है उसके साथ जातक का व्यवहार मधुर और सकारात्मक होना चहिये ,उनके दिलो को जितना चाहिए , अगर वो ऐसा करता है तो उसकी आर्थिक लाभ में वृद्धि होती रहेगी ! जातक अगर कंस्ट्रक्शन से जुड़ा कोई कार्य करता है तो उसके लिए फायदेमंद हो सकता है ! जातक का मन कंस्ट्रक्शन के कार्य के प्रति आकर्षित होता हुआ भी दिख सकता है ! समान्य तौर पर मेष लग्न का जातक जोशीला ,उत्साह से भरा हुआ ,उग्र ,स्पोर्ट्स में रूचि वाला , युद्ध के क्षेत्र में बड़ा पराक्रम दिखाने वाला होता है ! जातक रहस्यवादी ,गूढ़ ज्ञानी भी होता है , जल्दी से धन कमाने के प्रति लालयित भी होता है , खुद को सबसे बड़ा दिखने की चाह वाला होता है ,हारना स्वीकार नहीं होता है ! मंगल की पहली दृष्टि दूसरे भाव में वृषभ राशि में होंगी जो की शुक्र की राशि है , इसके फलस्वरूप जातक को जीवन साथी से लाभ हो सकता है , जातक की वाणी उग्र हो सकती है ,जिसको वाणी दोष के रूप में देखा जा सकता है ,धन कमाने को लेकर जातक दिन रात सोचने वाला हो सकता है , जातक को मंगल के छेत्र से धन आने की स्थिति बनते देखा जा सकता है ! मंगल की दूसरी दृष्टि पंचम भाव में होगी ,पंचम भाव में सिंह राशि जो सूर्य की राशि है , मंगल की दृष्टि सूर्य को बल देने का काम करेगी इसके फलसवरूप जातक का सम्बन्ध पिता से अच्छा हो सकता है , संतान से सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है , जातक की शिक्षा को मजबूती देने का काम मंगल की दृष्टि हो सकती है , लेकिन जातक कीशिक्षा अष्टम भाव से रिलेटेड ज्यादा प्रभावी हो सकती है , जातक युद्ध क्षेत्र से सम्बंधित ज्ञान को विशेष जानने वाला हो सकता है ! जातक डिफेन्स में सरकारी कर्मचारी के तौर पर काम करने वाला हो सकता है ! ये सभी प्रभाव सामान्य प्रभाव है लेकिन पूर्ण प्रभाव को देखने के लिए सभी ग्रहो की स्थिति देखना महत्वपूर्ण होता है , सभी ग्रहो की स्थ्तिति अनुसार य्ये सभी प्रभाव काम या ज्यादा प्रभावी होते देखे जा सकते है !

मिथिलेश सिंह

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