इस संयोग में लग्नेश शुक्र है , एवं षष्ठेश भी शुक्र ही है इस संयोग में लग्नेश शुक्र षष्ठेश होकर धन भाव में विराजमान है ! इसके फलसवरूप जातक की वाणी बहुत मधुर हो जायेगी , जातक के व्यक्तित्व का सम्बन्ध झुकाव धन के प्रति हो जायेगा , जातक दिन रात धन के बारे में सोचने वाला हो सकता है , कैसे उसके धन बढ़ेंगे उसके बारे में सोचने वाला हो सकता है ! जातक को अपने कुटुंब से धन लाभ हो सकता है ! ऐसा जातक कोर्ट कचहरी से जुड़े कार्यो से जुड़कर धन अर्जित कर सकता है , हॉस्पिटा से जुड़ा कोई कार्य कर सकता है ! सके गुप्त दुश्मन हो सकते है , जातक को सावधानी बरतनी चाहिए , अपोजिट लिंग के लोगो द्वारा धन अर्जित होने की स्थति हो सकती है ! विपरीत लिंग के लोगो के साथ वाद विवाद एवं कुटुंब के साथ भी धन को लेकर वाद विवाद हो सकते है !
जातक गूढ़ ज्ञानी ! शुक्र का दृष्टि सम्बन्ध अष्टम भाव पर होने के फलसवरूप जातक गूढ़ ज्ञानी हो सकता है , जातक ज्योतिष विद्या , मंत्र विद्या , रह्स्य्वादी सभी तरह के ज्ञान के प्रति रूचि रखने वाला या जानने वाला हो सकता है ! जातक शेयर ट्रेडिंग , फान्सिअल सेक्टर में कार्य करने वाला , फाइनेंसियल एनालिस्ट के तौर पर कार्य करने वाला हो सकता है ! जातक दार्शनिक की तरह बात करने वाला हो सकता है , अध्यात्म की गहराई में जाने का प्रयास कर सकता है , जातक की बाते बहुत हद तक सच हो सकती है ! उसके प्रेडिक्शन किसी भी क्षेत्र में सच होते देखे जा सकते है ! ऐसा जातक किसी क्षेत्र में रीसर्च की भूमिका में कार्य करते देखा जा सकता है ! जातक को गुप्तांगो से सम्बंधित शारीरिक परेशानी देखि जा सकती है , सावधान रहने की आवशयकता है ! जातक के व्यक्तित्व में विशेष ठहराओ की स्थति देखि जा सकती है ! एक विशेष शांति के भाव उसके अंदर देखा जा सकता है ! जातक के भाग्य उदय में शतम भाव के क्षेत्र प्रभावी तौर पर देखे जा सकते है ! अष्टम भाव के क्षेत्र में जातक का भाग्य उदय हो सकता है ! जो भी प्रभाव बताया गया है यह सामान्य प्रभाव है यह एक गृह की स्थति पर बताया गया है , सभी ग्रहो को देखने के बाद यह प्रभाव में बदलाव देखे जा सकते है !
मिथिलेश सिंह

