मेष लग्न में लग्नेश मंगल का लग्न भाव में होना समान्य तौर तौर पर यह सकारात्मक के के रूप में देखा जा सकता है ! ऐसा जातक आत्मा विश्वस वाला हो सकता है , आत्मकेंद्रित होकर किसी काम को करने वाला हो सकता है , स्वतंत्र विचारो वाला हो सकता है , बहादुर हो सकता है , योद्धा हो सकता है ,मंगल का लग्न भाव में होना इस संयोग में जातक को नेतृत्व छमता बढ़ाने में मदद करने वाला हो सकता है ! मेष लग्न में लग्नेश मंगल अष्टम भाव के भी स्वामी होते है , इसलिए ऐसे जातक में अष्टम भाव का प्रभाव भी देखा जा सकता है , ऐसा जातक गूढ़ ज्ञान की तरफ, रहस्यवादी ज्ञान की तरफ आकर्षित हो सकता है , इस क्षेत्र से सम्बंधित ज्ञान को जानने के प्रति रूचि देखा जा सकता है ! सट्टा मार्किट, शेयर ट्रेडिंग , किसी विषय की खोजबीन करने के प्रति जागरूकता देखि जा सकती है ! मंगल के प्रभाव से ऐसा जातक शरीर से मजबूत और बहादुर होता है , रिस्क लेने की भी जातक की क्षमता अधिक होती है ! ढ जातक जोश से भरा हुआ , उत्साहवर्धक हो सकता है , ऐसे जातक में धैर्य की कमी देखि जाती है , अग्नि तत्त्व की प्रबलता होने से जातक अधिक गुस्से वाला क्रोधी प्रविर्ती का हो सकता है ! मंगल लग्न भाव में होने से जातक मांगलिक भी होगा एसके फलसवरूप गुस्से की अधिकता एवं क्रोधी के साथ साथ रक्त चाप एवं ह्रदय सम्बंधित परेशानियों की सम्भावना की स्थिति भी देखि जाती है ! मंगल की पहली दृष्टि चतुर्थ भाव पर होने से घर में अशांति की स्थिति बनाने में मंगल की भूमिका होगी , मेष लग्न में चतुर्थ भाव में कर्क राशि होगी जो मंगल की नीच राशि है इसके फलसवरूप जातक की माता के स्वस्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव देखा है , माता से माता पक्ष से मिलने वाला सुख में कमी की स्थिति देखि जा सकती है ! सुखो में कमी लाने में इस दृष्टि का प्रभाव देखा जा सकता है , यह दृष्टि प्रभाव जनता को प्रताड़ित करने वाला हो सकता है ! मंगल की दूसरी दृष्टि सप्तम भाव पर होने से जीवन साथी के साथ वाद विवाद की स्थिति , साझेदार के साथ विवाद की स्थिति देखि जा सकती है , साथ में काम की प्रविर्ती की प्रबलता भी यह दृष्टि प्रभाव देने वाला हो सकता है ! इस दृष्टि प्रभाव से जातक का अपने जीवन साथी के प्रति लगाव की स्थिति भी देखि जा सकती है ! मंगल की तीसरी दृष्टि अष्टम भाव पर होने से जातक का व्यक्तित्व अष्टम भाव से जुड़ेगा , जातक को हड्डियों से सम्बंधित , खून से सम्बंधित , रक्तचाप ,ह्रदय रोग से सम्बंधित परेशानियों को लेकर सावधान रहना चाहिए !
मिथिलेश सिंह

